Thakur Suraj Bhan (Pinaka Times), Faridabad, 19th May 2020 : पूरी दुनिया जहां कोविड-19 यानी कोरोना से जूझ रही है वहीं भारत भी इससे अछूता नहीं रहा है। भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 1,01261 हो गई है। ऐसे में आम जनता के अंदर लॉक डाउन को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं ?
आपको बता दें पूरी दुनिया में संक्रमित मरीजों की संख्या 48,94,233 है। जिसमें 3,20,181 की मृत्यु हो चुकी है।
क्या है मृत्यु दर
पूरी दुनिया में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 48,94,233 है। जिसमें अब तक 19,08,065 मरीज ठीक हो चुके हैं। वही 3,20,181 हो की मौत हो चुकी है। अकेले अमेरिका की बात करें तो वहां पर कुल मरीजों की संख्या 15,50,294 है। जिसमें 3,56,383 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं। जबकि 91,981 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। संक्रमण के मामले में जहां अमेरिका पहले नंबर पर है वहीं भारत अब 1,01261 संक्रमित मरीजों के साथ 11 वें पायदान पर है। भारत में कुल कोरोना से संक्रमित मरीजों संख्या की 1,01261 है। 39,233 ठीक हुए वही 3,164 की मौत हो चुकी है, 58,864 उपचाराधीन है। इस प्रकार भारत में मृत्यु दर लगभग 3 प्रतिशत है।
लॉक डाउन पर खड़े हुए सवाल क्या पाया और क्या खोया ?
मरीजों की संख्या लाख पहुंचते ही लोगों के जहन में यह सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर 55 दिन के लॉक डाउन में हमने क्या पाया और क्या खोया ? लोगों ने जहां लॉक डाउन के फायदे गिनाए वही कुछ लोग इसका नुकसान भी बता रहे हैं।
लॉक डाउन पर आमजन का कहना है कि
फायदा नंबर 1 - कोरोना ने आदमी को कम जरूरत के हिसाब से जीना सिखा दिया है।
फायदा नंबर 2 - 55 दिन घर में बैठे रहने के कारण लोगों के दिमाग में यह बात घर कर गई है कि आखिर कोरोना से कैसे लड़ना है और इसके बचाव के उपाय क्या है।
फायदा नंबर 3 - जो संख्या अभी भारत में लाख पर पहुंची है यदि लॉक डाउन ना होता तो यह संख्या कहीं अधिक होती।
फायदा नंबर 4 - लॉक डाउन के कारण आम आदमी को यह समझ में आ गया है कि प्रकृति से आवश्यकता से अधिक छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए।
फायदा नंबर 5 - प्रदूषण में रिकॉर्ड तोड़ कमी आई है। जिसके चलते नदिया, नहरे व वायु स्वच्छ और साफ हो गई है।
लॉक डाउन के नुकसान
नुकसान नंबर 1 - लॉक डाउन का असर सबसे ज्यादा भारत की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है। अर्थव्यवस्था हासिए पर आ गई है।
नुकसान नंबर 2 - शुरुआती दौर में लॉक डाउन ने जो ध्रुवीकरण किया है। उसे लोगों के दिमाग से निकाल पाना मुश्किल हो जाएगा।
नुकसान नंबर 3 - मध्यमवर्गीय परिवार भविष्य को लेकर काफी चिंतित है। आने वाले समय में व्यवसाय और नौकरियों का अकाल पड़ने वाला है।
नुकसान नंबर 4 - होटल इंडस्ट्री आने वाले 1 साल तक नुकसान में रहने वाली है या यूं कहने की सभी व्यवसाय अब केवल जरूरतों के लिए ही चल पाए तो भी गनीमत वाली बात है।
इसके अतिरिक्त और बहुत फायदे और नुक्सान हुए है।
आमजन की माने तो लॉक डाउन से फायदे तो कम हुए लेकिन आने वाले समय में नुकसान बहुत होने वाला है। जिस कारण लोगों में अब यह बात उठने लगी है कि आखिर लॉक डाउन से हमें क्या फायदा हुआ?
सभी पाठकों से अनुरोध है आपके मतानुसार लॉक डाउन से क्या फायदा हुआ या नुक्सान अपना मत प्रकट करें